मौसमी प्रतिकूलता पथभ्रष्ट करने को तुली हैं, किंतु दूजी राह चलने की कभी मैने न मानी अऩकही मेरी कहानी.................
एक तुम्ही आधार सद्गगुरु
Saturday, March 27, 2010
पारदर्शिता का क्या है पैमाना...
20-20 इंडियन क्रिकेट विश्व कप के लिए आज टीम का चुनाव हो गया, लेकिन सवाल फिर वहीं पर आकर खड़ा हो गया कि क्या ये चुनाव पारदर्शी है? क्या हम कह सकते हैं कि जिन खिलाड़ियों का चुनाव किया गया वो उनसे बेहतर थे जो लगातार आईपीएल में अच्छा परफार्मेंस दिखाते आ रहे हैं. नाम पहले से तय थे या फिर जिनमें से चुनाव होना था वो तय था ये तो चयनकर्ता ही बता सकते हैं लेकिन इस चुनाव ने बहुतों को निराश किया है. आश्चर्य की बात तो ये रही कि सौरभ तिवारी और मनीष पांडेय के प्रदर्शन को भी चयनकर्ताओं ने चयन का आधार नहीं माना. घरेलू क्रिकेट के प्रदर्शन को ही केवल आधार मानना मुझे नहीं लगता कि एक सही फैसला है . आईपीएल के प्रदर्शन को भी चयन में जगह दी जानी चाहिए क्योंकि आईपीएल के क्रिकेट में हर देश के खिलाड़ी शामिल होते है और 20-20 का ये चयन किसी ट्रायंगुलर सीरीज़ के लिए नहीं हुआ बल्कि ये चयन उस रोमांच में शामिल होने के लिए हुआ है जिसे 20-20 विश्व कप कहते हैं.....जहां आईपीएल की ही तरह हर देश के खिलाड़ी शामिल होते हैं.
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वाह क्या बात है आपका जवाब नहीं क्या topic चुना है .....................
ReplyDeleteबिल्कुल सही फ़रमाया आपने....ये सब पहले से ही तय था ! और आईपीएल में चल रही गुटबाजी को इससे दम मिलेगा !
ReplyDeletereally its true the way manish and sourabh have performed in the IPL and has been excluded from the T20 world Cup team is really unfair and will demotivate the budding talents of Indian Cricket. my question is who selected the selectors?
ReplyDeleteअभी तो शुक्र मनाइए कि सचिन खेलने को तैयार नहीं। नहीं तो एक नाम और कट जाता इस टीम से।
ReplyDeleteहां मै आज यही बात कर रही थी कि सचिन होते तो क्या होता....
ReplyDeleteAnd thanks for your kind words about the award. As you would have known by now, you're as good as the team you're part of.
ReplyDeleteThanks again for the kind words on my blog. We are in the same profession. You can contact me anytime. I would be glad to be of help.
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